Ira
इरा मासिक वेब पत्रिका पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। दिसंबर 2024 के अंक पर आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी।

डॉ० भावना की पुस्तक 'बदलते परिवेश में हिन्दी ग़ज़ल' का लोकार्पण

डॉ० भावना की पुस्तक 'बदलते परिवेश में हिन्दी ग़ज़ल' का लोकार्पण

एक ऐसे दौर में जहाँ लोग सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं, दूसरों के लिए सोचना एवं उनकी विशेषताओं को लिपिबद्ध करना डाॅ० भावना का गहन अध्ययन एवं अग्रज रचनाकारों को गंभीरतापूर्वक पढ़ने को दर्शाता है।

मुजफ्फरपुर। जीरोमाईल स्थित आँच साहित्यिक वेब पत्रिका के कार्यालय में साहित्य एवं संस्कृति के प्रतिबद्ध मंच साहित्यगाथा के अंतर्गत डाॅ० भावना की तीसरी आलोचना पुस्तक बदलते परिवेश में हिन्दी ग़ज़ल का लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन तथा हेमा सिंह द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुआ। इस अवसर पर डाॅ० भावना ने आगत अतिथियों का अभिनंदन करते हुए इस पुस्तक के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि किस तरह सैकड़ों ग़ज़लकारों की भीड़ में से ग्यारह ग़ज़लकारों को उन्होंने चुना एवं उन पर विस्तार से लिखा है। छपरा से आये युवा ग़ज़लकार अविनाश भारती ने कहा कि हिन्दी ग़ज़ल व आलोचना के क्षेत्र में डाॅ० भावना का कार्य बहुत महत्वपूर्ण है। वे हमसब के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।

महंत दर्शन दास महिला महाविद्यालय की पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष डाॅ० पूनम सिंह ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि डाॅ० भावना की लेखन में निरंतरता प्रभावित करती है। रामदयालु सिंह महाविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष सुपरिचित कवि रमेश ऋतंभर ने पुस्तक पर बात रखते हुए कहा कि एक ऐसे दौर में जहाँ लोग सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं, दूसरों के लिए सोचना एवं उनकी विशेषताओं को लिपिबद्ध करना डाॅ० भावना का गहन अध्ययन एवं अग्रज रचनाकारों को गंभीरतापूर्वक पढ़ने को दर्शाता है। समस्तीपुर से पधारी प्रो० डाॅ० अनु शांडिल्य ने हिन्दी ग़ज़ल और डाॅ० भावना की पुस्तक को केन्द्र में रखकर अपनी बात कही। संचालन करते हुए डाॅ० पंकज कर्ण ने कहा कि दुष्यंत के बाद हिन्दी ग़ज़ल में जो बदलाव हुआ है, उसे विस्तार से समझने में यह पुस्तक सहायक होगी।

अपने अध्यक्षीय उद्गार में शुभनारायण सिंह 'शुभंकर' ने पुस्तक की बाबत कई महत्वपूर्ण बातें कहीं और लेखन में निरंतरता के लिए डाॅ० भावना की तारीफ़ की। कार्यक्रम के सत्र में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें डाॅ० पूनम सिंह, डाॅ० रमेश ऋतंभर, अविनाश भारती, पंखुरी सिन्हा, श्यामल श्रीवास्तव, सविता राज, चाँदनी समर, डाॅ० अनु शांडिल्य, हेमा सिंह, आलोक कुमार, आशा सिन्हा, शुभनारायण सिंह 'शुभंकर', डाॅ० भावना एवं डाॅ० पंकज कर्ण ने अपनी प्रस्तुतियों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ० पूनम सिंह ने की एवं धन्यवाद ज्ञापन संस्था के सचिव डाॅ० पंकज कर्ण ने किया।कार्यक्रम में डाॅ० अनिल कुमार, आद्या भारद्वाज, सत्यवती देवी, रीतेश कुमार, अजित सिंह, शिवम ,विक्रम, विवेक कुमार इत्यादि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में सुप्रसिद्ध गीतकार नचिकेता को मौन रखकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी।

0 Total Review

Leave Your Review Here

रचनाकार परिचय

टीम इरा वेब पत्रिका

ईमेल : irawebmag24@gmail.com

निवास : कानपुर (उत्तरप्रदेश)