Ira
इरा मासिक वेब पत्रिका पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। दिसंबर 2024 के अंक पर आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी।
रवि प्रभाकर की लघुकथाएँ

आँगन में स्कूटर खड़ा करते हुए सुरेश ने र्हर्न बजाया। थोड़ा हैरान हुआ कि सोना रोज़ाना की तरह डैडी आ गए... डैडी आ गए.... डैडी... चिज्जी... खुशी से चिल्लाते उसकी टाँगों से नहीं चिपटी स्कूटर की टोकरी से बेकरी के सामानवाला लिफ़ाफ़ा निकालकर सोना की "चल मेरे घोड़े.... टिकटिक...' की हर्षमिश्रित आवाज़ों का पीछा करते हुए वह ड्राइंगरूम में जा पहुँचा।

सुधीर द्विवेदी की लघुकथाएँ

सुधीर द्विवेदी लघुकथाओं में जीवन की छोटी छोटी घटनाओं को अत्यंत सहजता से शब्दों में पिरोते हैं। 

शशि बंसल गोयल की लघुकथाएँ

शशि बंसल गोयल अध्यापन के साथ साथ आकाशवाणी में कोम्पेयरर भी हैं साथ ही आपकी लघुकथाओं में आपको महारत हासिल है। 

सुमन युगल की लघुकथाएँ

सुमन युगल जी अध्यापन कार्य के साथ स्वतंत्र लेखन करती हैं। आपकी लघुकथाएँ जीवन की छोटी छोटी घटनाओं से निकल कर बाद प्रश्न खड़ा कर सोचने पर विवश कर देती हैं।