Ira
इरा मासिक वेब पत्रिका पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। दिसंबर 2024 के अंक पर आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी।
कुछ आत्मपरक, कुछ विचारपरक- कुबेर कुमावत

इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति या वस्तु अतिविशिष्ट या सर्वश्रेष्ठ नहीं है। न कोई धर्म, जाति, वर्ग या समुदाय। इस दुनिया को प्रतिक्षण सर्वोत्तम बनाने में सहायक सभी चीज़ें श्रेष्ठ हैं। कीट-पतंगे भी। आप स्वयं यह देखें कि सूर्य, चंद्र, अन्य ग्रह, तारे, वायु, जल, अग्नि, आकाश और धरती में परस्पर कोई संघर्ष नहीं है। वास्तव में श्रेष्ठता का अहं एवं वर्चस्व की उदंड कामना ही इस संसार की वास्तविक समस्याएँ हैं और मनुष्य इसके केंद्र में है।