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विज्ञान व्रत की ग़ज़लें

विज्ञान व्रत की ग़ज़लें

एक ज़रा-सी ग़लती पर
दुनिया-भर के जुर्माने

लापता था लापता है
ये पता तो आपका है

जो जहाँ पर दिख रहा है
बस वहीं से गुमशुदा है

आपसे होकर गया है
बस वही इक रास्ता है

ज़िन्दगी इक रतजगा है
और हमको जागना है

बारहा मुझको चुना है
आपको यह क्या हुआ है

और मुझको क्या मिला है
सिर्फ़ तू हासिल रहा है

*************


मुझसे मिलकर फ़रज़ाने
लौटे होकर दीवाने

शायद मुझको समझे हों
आये थे जो समझाने

एक ज़रा-सी ग़लती पर
दुनिया-भर के जुर्माने

चेहरा तुलसी-चंदन-सा
आँखों में हैं मैख़ाने

रख अपने पैमानों को
मेरे अपने पैमाने

*************


गाँवों में जो घर होता है
शहरों में नम्बर होता है

जिसका अपना सर होता है
वो ही क़द्दावर होता है

पैर अगर धरती पर हों तो
बाँहों में अम्बर होता है

तुम जिसके हो दुनिया में
वो ही दुनिया-भर होता है

रहने दो ये परिभाषाएँ
घर का मतलब घर होता है

*************


पास आना चाहता हूँ
बस बहाना चाहता हूँ

आपसे रिश्ता नहीं तो
क्या निभाना चाहता हूँ

सिर्फ़ मुझसा ही रहे जो
वो ज़माना चाहता हूँ

जो मुझे हैं याद उनको
याद आना चाहता हूँ

काश ख़ुद भी सीख पाता
जो सिखाना चाहता हूँ

*************


मैं जब ख़ुद को समझा और
मुझमें कोई निकला और

यानी एक तजुरबा और
फिर खाया इक धोखा और

होती मेरी दुनिया और
तू जो मुझको मिलता और

मुझको कुछ कहना था और
तुम जो कहते अच्छा और!

मेरे अर्थ कई थे, काश
तू जो मुझको पढ़ता और

*************


अब तो उसको मरने दो
एक ज़ख़्म है भरने दो

वो भी रंगत बदलेगा
बस यह दौर गुज़रने दो

लोग उसे पहचानेंगे
मेरा रंग उतरने दो

वो ख़ुशबू ही ख़ुशबू है
उसको सिर्फ़ बिखरने दो

चमकेगा वो सूरज-सा
बस अँधियार पसरने दो

मैं भी सच-सच कह दूँगा
उसको आज मुकरने दो

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रचनाकार परिचय

विज्ञान व्रत

ईमेल : vigyanvrat@gmail.com

निवास : नोएडा (उत्तरप्रदेश)

जन्मतिथि- 17 अगस्त, 1943
जन्मस्थान- तेड़ा, मेरठ (उ०प्र०)
शिक्षा- एम०ए० (ललित कला), बी० एड, डिप्लोमा- चित्रकला (राजस्थान)
सम्प्रति- लेखन तथा चित्रकला
प्रकाशित कृतियाँ-
बाहर धूप खड़ी है, चुप की आवाज़, जैसे कोई लौटेगा, तब तक हूँ, मैं जहाँ हूँ, शर्मिन्दा पैमाने थे, किसका चेहरा पहना है, भूल बैठा हूँ जिसे, मेरा चेहरा वापस दो, याद आना चाहता हूँ, लेकिन ग़ायब रौशनदान, मेरे वापस आने तक और रौशनी है आपसे (ग़ज़ल संग्रह), विज्ञान व्रत- चुने हुए शे'र और शब्दों का चितेरा, खिड़की भर आकाश (दोहा संग्रह), नेपथ्यों में कोलाहल (नवगीत संग्रह), अक्कड़-बक्कड़ इल्ली-गिल्ली (बालगीत संग्रह)
सम्मान/पुरस्कार- अन्तरराष्ट्रीय वातायन सम्मान (लन्दन), आधारशिला कला भूषण सम्मान (माॅरीशस), साहित्य सम्मान (सिंगापुर), सुरुचि सम्मान, (गुरुग्राम), परम्परा सम्मान (बिजनौर), समन्वय सारस्वत सम्मान (सहारनपुर), हिन्दी गौरव सम्मान (नीदरलैंड), मनु स्मृति सम्मान (दिल्ली), कँवल सरहदी सम्मान (मेरठ), साहित्य मण्डल सम्मान (श्रीनाथद्वारा), ताज-ए-हिन्दुस्तान सम्मान (पंचकूला)
विशेष- देश/विदेश की मुख्य कलादीर्घाओं में चित्रों की 39 एकल प्रदर्शनियाँ।
सांस्कृतिक मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सीनियर फेलोशिप (चित्रकला)।
ए०एफ०ए० कला अकादमी अमृतसर द्वारा पुरस्कृत।
राज्य ललित कला अकादमी, लखनऊ (उ०प्र०) द्वारा पुरस्कृत।
ललित कला अकादमी, दिल्ली द्वारा आयोजित माउण्ट आबू, गुवाहाटी, त्रिपुरा, NZCC चंडीगढ़ तथा राष्ट्रीय/अन्तरराष्ट्रीय/राज्य स्तर पर प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा आयोजित लगभग 30 चित्रकला-शिविरों में भागीदारी।
विश्व हिन्दी सम्मेलन (दक्षिण अफ़्रीका), इंग्लैंड और आयरलैंड के प्रमुख शहरों, माॅरीशस और सिंगापुर में आयोजित अन्तरराष्ट्रीय कविसम्मेलनों में काव्य पाठ।
इंग्लैंड के NRI कवियों की हिन्दी, उर्दू और पंजाबी 27 कविताओं (Colours Of Poetry में प्रकाशित) का अँग्रेज़ी में भावानुवाद।
जया वर्मा (नौटिंघम) के कहानी संकलन 'सात क़दम' की (Seven Steps) में प्रकाशित सात कहानियों का अंग्रेज़ी में अनुवाद।
A Walk In The Corridors Of Eternity (Journey/Biography Of Dr Sandeep Marwah) का हिंदी अनुवाद।
चित्रों का संग्रह- राष्ट्रपति भवन, नयी दिल्ली, देश की प्रमुख अकादमियों, प्रसिद्ध व्यापारिक संस्थानों तथा देश/विदेश के शताधिक व्यक्तिगत संग्रहों में
चित्र संग्रहीत।
संपर्क- एन- 138, सेक्टर- 25, नोएडा (उत्तरप्रदेश)- 201301
मोबाइल- 9810224571