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महिमा श्रीवास्तव वर्मा की क्षणिकाएँ

महिमा श्रीवास्तव वर्मा की क्षणिकाएँ

तुमने चुरा कर दिया था 
एक टुकड़ा 
फूल-सी ज़िंदगी का
वरना हमने तो 
अब तक 
काँटो भरी 
ज़िंदगी को ही जिया था

क्या करोगे देकर
तोड़े हुए ये
आसमां के सितारे
मेरे लिए तो काफ़ी हैं
जलते हुए दिए ये 
आँखों के तुम्हारे 



तुमने चुरा कर दिया था 
एक टुकड़ा 
फूल-सी ज़िंदगी का
वरना हमने तो 
अब तक 
काँटो भरी 
ज़िंदगी को ही जिया था
 


ठूँठ हो गए वृक्ष ने 
कटते हुए सोचा ये 
कुछ तो नीड़ सजाये होते 
काश!
जवानी की मस्ती में 
झूम-झूम कर 
सारे पत्ते न गिराये होते
 


प्यार की आँधी में 
मन-पर्ण झूम रहा है 
क्योंकि 
वो अनभिज्ञ है अब तक 
इस अटूट सत्य से 
कि 
ये क्षणिक आँधी
विलग भी कर सकती है 
उसे अपने 
प्रियजन-वृक्ष से
 


कह कर जाती 
तो ठीक होता 
बिन कहे ही गुज़र गयी  
ज़िंदगी
तू भी क्या है 
मिली नहीं कि बिछड़ गयी  
 


आँखें खुलीं,
देखा इधर-उधर 
हर तरफ मस्तियाँ 
मौजों की चहल-पहल 
खो गए वहीँ पर 
रात और दिन के ये पहर 
झपकने लगी आँखें जब 
कुछ न आया नज़र 
ओह! 
ज़िंदगी गई गुज़र 
 


इक घूँट ही 
ज़िंदगी पी है 
वो तो कडवी है 
अब कैसे पियेंगे उसे 
ज़िंदगी जो 
उम्र में भरी है ,
ज़िंदगी की प्यास से 
ख़ुश्क होंठों को 
अब 
मौत से आस बँधी है 
 


‘चाह’ करते हुए 
गुज़र गई सारी ज़िंदगी
अब तो बस 
एक ‘चाह’ ही बाक़ी है 
कि 
‘चाही’ हुई ‘चाहों’ में से 
कम से कम 
एक ‘चाह’ तो पूरी हो 
 


स्नेह-रज्जु
टूट कर जुड़े तो 
गाँठ पड़ जाती है 
जो
चुभ-चुभ कर दिल को 
टूटकर जुड़ने का 
अहसास कराती है 
 


पूजा था जिसे
देवता समझ 
वो तो 
निरा पत्थर निकला 
झरना समझा जिसे 
मीठे पानी का 
वो तो 
खारा समंदर निकला 
 


सुख की चाहत में 
खो दिया है दुःख को 
अब जब दुःख नहीं है 
तो 
सुख का भी अहसास नहीं है

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विनय जैन

09 August 2024

शानदार क्षणिकाएं बधाई

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रचनाकार परिचय

महिमा श्रीवास्तव वर्मा

ईमेल : mahimaverma4@gmail.com

निवास : भोपाल (मध्य प्रदेश)

जन्मतिथि- 4 जुलाई
जन्मस्थान- उज्जैन
शिक्षा- एम०एस०सी० (केमिस्ट्री)
विधा- कविता (छंदमुक्त-छन्दमय), बाल-साहित्य, कहानी, लघुकथा
प्रकाशन- आदम बोनसाई (लघुकथा संग्रह) प्रकाशित।
शब्द प्रवाह, दिशा संवाद, जनसेवा मेल, शाश्वत सृज़न, दीपमालिका, शबनम-ज्योति आदि में रचनाएँ प्रकाशित।
शब्द-सागर, सृज़न शब्द से शक्ति का, कुछ यूँ बोले अहसास (साझा काव्य संकलन) कविता अभिराम, भाषा सहोदरी लघुकथा, आस-पास से गुजरते हुए, सफ़र संवेदनाओं का, नयी सदी की धमक (साझा लघुकथा संग्रह), लघुकथा कलश (लघुकथा विशेषांक) सहित अन्य कई साझा संकलनों में प्रकाशन।
संपादन- त्रैमासिक पत्रिका ‘आखर मुक्ता’, लघुकथा-साझा संकलन 'लघुत्तम-महत्तम' का सम्पादन और मासिक पत्र 'लघुकथा-टाइम्स' मे सह-सम्पादन। साझा लघुकथा संकलन 'काफ़िला' और साझा हाइकु संकलन 'हाइकु के हस्ताक्षर' का संपादन।
सम्प्रति- बैंक (SBI) में सर्विस के बाद समय के पहले स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति
सम्मान एवं पुरस्कार- शब्द-प्रवाह संस्था द्वारा वर्ष 2014 में 'अखिल भारतीय साहित्य सम्मान' से। वर्ष 2016 में राष्ट्रीय कवि संगम (कवयित्री प्रकोष्ठ) की तरफ से सम्मानित। हरियाणा लघुकथा मंच प्रायोजित 'लघुकथा प्रतियोगिता' में प्रथम स्थान
प्रथम लघुकथा संग्रह 'आदम बोनसाई' म०प्र० हिंदी लेखिका संघ एवं अखिल भारतीय शब्द प्रवाह संस्था द्वारा पुरस्कृत।
संपर्क- मेपल, 170, रुचि लाइफस्केप्स, जाटखेड़ी, होशंगाबाद रोड, भोपाल (म०प्र०)- 462026
मोबाइल- 9425692732