Ira
इरा मासिक वेब पत्रिका पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। दिसंबर 2024 के अंक पर आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी।

चाँदनी 'समर' की ग़ज़लें

चाँदनी 'समर' की ग़ज़लें

मुज़फ्फ़रपुर, बिहार की उभरती हुई ग़ज़लकार चाँदनी 'समर' की ग़ज़लें आम-फ़हम भाषा की सधी हुई ग़ज़लें हैं। इनके पास ग़ज़ल का पारंपरिक रंग भी है और अपने दौर की फ़िक्र भी। शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करते हुए चाँदनी, अदब में भी अच्छा मुकाम बनाने के लिए अग्रसर हैं।

ग़ज़ल- एक 

अब तिजारत बन गई इंसान की पहचान है
बन रहा हर आशियाना इन दिनों दूकान है

तोलते हैं इक तराज़ू में सभी रिश्तों को लोग
शै हर इक मँहगी हुई, सस्ता हुआ इंसान है

हम रवायत हैं निभाते आज इंटरनेट पर
बाप-माँ तनहा हुए, बेज़ार हर दालान है

आज के हालात में दौलत की ख़ातिर कोई शख्स़
आदमी की शक्ल में अब दिख रहा शैतान है

ऐ 'समर' वो देवता था कल तलक पर आज क्यूँ
बोझ जैसा लग रहा आया जो घर मेहमान है

******************

 


ग़ज़ल- दो 

बिकता न हो जहाँ पे ये ईमान पूछिए
ऐसी शहर में हो कहीं दुकान पूछिए

रोटी नसीब कब हुई रिश्वत दिए बग़ैर
पूरे हुए हैं कितनों के अरमान पूछिए

हर रोज़ है बदलती सियासत भी रूप को
मुफ़लिस है आज कितना परेशान पूछिए

दैरो-हरम के वास्ते लड़ते हैं रात-दिन
क्यूँ मुल्क बन रहा है ये शमशान पूछिए

तोहमत लगा रहे हैं 'समर' एक-दूजे पर
आदत से किसकी कौन है अंजान पूछिए

***************


ग़ज़ल- तीन 

जाने क्यों हूँ मैं खुद से ख़फ़ा आजकल
ज़िंदगी बन गई है सज़ा आजकल

ज़ख़्म फिर से पुराने हैं रिसने लगे
बेअसर हो रही है दवा आजकल

ग़म के कोहरे ने है घेर रखा हमें
सर्द है याद की ये हवा आजकल

क़र्ब के हाल में कट रही ज़िंदगी
मुझको लगती नही है दुआ आजकल

मर्ज़-ए-माज़ी ने तड़पाया ऐसे 'समर'
ज़ीस्त बनती रही हादसा आजकल

******************

1 Total Review
A

Avinash Bharti

10 November 2024

बहुत खूब

Leave Your Review Here

रचनाकार परिचय

चाँदनी समर

ईमेल : chandnisamer1@gmail.com

निवास : मीनापुर (बिहार)

संप्रति- अध्यापन
लेखन विधाएँ- ग़ज़ल, कविता एवं गीत
प्रकाशन- वेदना की उड़ान (उपन्यास) प्रकाशित। लघुकथाएँ एवं ग़ज़लें विभिन्न साझा संकलनों तथा पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित।
विशेष- बिहार शिक्षा विभाग के लिए निपुण बिहार एंथम सांग, बैगलेश शनिवार गीत व शिक्षा गीत का लेखन व फिल्मांकन।
सम्मान/पुरस्कार- बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा द्वारा साहित्य व शिक्षा के सम्मान प्राप्त।
केंद्रीय मंत्री राजभूषण चौधरी के हाथों साहित्य सम्मान।
वर्ष 2021 में कथादेश द्वारा आयोजित लघुकथा प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान।
प्रभात ख़बर द्वारा आयोजित अपराजिता महिला सम्मान प्राप्त।
निवास- मीनापुर, ज़िला- मुज़फ्फ़रपुर (बिहार)
मोबाइल- 9905120900