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देवेन्द्र शर्मा 'इन्द्र' देवेन्द्र शर्मा 'इन्द्र'
निवास नई दिल्ली
ईमेल

जन्मतिथि- 01 अप्रैल 1934
निधन- 07अप्रैल 2023
जन्म स्थान- आगरा नगला अकबरा
प्रकाशन- ‘पथरीले शोर में’, ‘पंखकटी महराबें’, ‘कुहरे की प्रत्यंचा’, ‘ चुप्पियों की पैंजनी’, ‘दिन पाटलिपुत्र हुए’, ‘आँखों में रेत-प्यास’, ‘पहनी हैं चूड़ियाँ नदी ने’,‘अनंतिमा’, ‘घाटी में उतरेगा कौन’, ‘हम शहर में लापता हैं’, ‘गंधमादन के अहेरी’ और ‘एक दीपक देहरी पर’ उनके नवगीत-संग्रह हैं। उनका एक खंड-
काव्य ‘कालजयी’ शीर्षक से प्रकाशित है। ‘आँखों खिले पलाश’,‘सेंदुर-सा दिन घुल उठा’, ‘तन्हा खड़ा बबूल’ उनके दोहा-संग्रह हैं। ‘धुएँ के पुल’ और
‘भूला नहीं हूँ मैं’ उनके ग़ज़ल-संग्रह हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने ‘ताज की छाया में’ (कविता संग्रह), ‘यात्रा में साथ-साथ’ (नवगीत संग्रह) और ‘सप्तपदी’(दोहा संग्रह) का संपादन भी किया है।
सम्मान- उत्तर प्रदेश द्वाराहिन्दी संस्थान 'साहित्य भूषण' सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है। 

सुविख्यात नवगीतकार हैं देवेंद्र शर्मा ‘इंद्रा’ के गीतों पर सैंकड़ों छात्रों ने शोध किया है। आपने प्रशासनिक सेवा पर अध्यापन को तरजीह देते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्यापन किया। 

इरा वेब पत्रिका में देवेन्द्र शर्मा 'इन्द्र' की रचनाएँ